मुंबई BMC ने ढहाया पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर, देशभर में जैन समाज का विरोध, विले पार्ले में सर्वदलीय रैली
- by admin
- Apr 20, 2025
मुंबई: मुंबई के विलेपार्ले में स्थित 90 साल पुराने पार्श्वनाथ दिगंबर जैन मंदिर को BMC (बृहन्मुंबई नगर निगम) ने बुधवार को तोड़ दिया। इस घटना से पूरे देश का जैन समुदाय गुस्से में है। मंदिर तोड़ने के विरोध में शनिवार सुबह अहिंसक रैली निकाली गई। इस रैली में मंत्री मंगलप्रभात लोढ़ा, विधायक पराग अलवाणी और जैन समाज के संत शामिल हुए। सभी पार्टियों के नेताओं ने इस कार्रवाई के खिलाफ मोर्चा निकाला और आगे की रणनीति पर विचार किया। बीएमसी की इस कार्रवाई से जैन समुदाय में बहुत गुस्सा है और वे दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई की
बीएमसी ने कब तोड़ा जैन मंदिर?
कांबलीवाड़ी में नेमिनाथ सहकारी आवास सोसाइटी के अंदर स्थित मंदिर (चैतलया) के ट्रस्टी अनिल शाह ने कहा कि इसे 16 अप्रैल को ढहा दिया गया। शाह ने बताया कि यह संरचना 1960 के दशक की थी और बीएमसी की अनुमति से इसका जीर्णोद्धार कराया गया था। उन्होंने दावा किया कि एक सरकारी प्रस्ताव है जिसमें कहा गया है कि ऐसी संरचनाओं को नियमित किया जा सकता है। आपको केवल बीएमसी को नियमितीकरण के लिए प्रस्ताव प्रस्तुत करना होगा और हमने वह प्रस्ताव प्रस्तुत किया था।
जैन समुदाय को नोटिस जारी किया
केंद्र में बीजेपी की सरकार है और महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति की सरकार है। मुंबई महानगरपालिका का कार्यकाल समाप्त हो चुका है। इसके बाद इसकी जिम्मेदारी फिलहाल सरकार के पास है। बीएमसी ने मंदिर को गिराने के संबंध में प्रबंधन समिति को नोटिस जारी किया था। जैन समुदाय ने इसके खिलाफ बॉम्बे हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। मामले की सुनवाई गुरुवार को होनी थी, लेकिन उससे पहले ही बुधवार को बीएमसी की टीम ने मंदिर को ध्वस्त कर दिया।
मंदिर के ट्रस्टी क्या कहते हैं?
जैन समुदाय ने कहा है कि कोर्ट के फैसले के बाद बीएमसी प्रशासन को कार्रवाई करनी चाहिए थी। ट्रस्टी अनिल शाह ने कहा कि मुंबई नगर निगम ने अदालत के फैसले का इंतजार नहीं किया। मंदिर के ट्रस्टियों ने कहा कि बीएमसी को पता था कि हमने हाईकोर्ट में अपील दायर की है, लेकिन बीएमसी प्रशासन ने जल्दबाजी में मंदिर को तोड़ दिया। इसलिए जैन समाज की ओर से इस मामले की जांच की मांग की जा रही है।
प्रदर्शन से पहले जैन बंधुओं ने की आरती
मंदिर के ट्रस्टियों ने कहा कि हमने अधिकारियों से अदालत के फैसले तक इंतजार करने का अनुरोध किया था, लेकिन उन्होंने हमारी बात नहीं सुनी। अनिल शाह ने कहा कि जैन बंधु आज मंदिर तोड़े जाने के विरोध में अहिंसक विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इस विरोध प्रदर्शन से पहले जैन बंधुओं ने उस मंदिर में आरती की जहां यह कार्रवाई की गई थी। इसके अलावा जैन बंधुओं ने सवाल पूछा है कि किसके आदेश पर इस मंदिर को तोड़ा गया?
होटल व्यवसायी के इशारे पर हुई कार्रवाई
अनिल शाह ने ने दावा किया कि मंदिर को ढहाए जाने के दौरान कुछ धार्मिक पुस्तकें और मंदिर का सामान भी क्षतिग्रस्त हो गए। उन्होंने आरोप लगाया कि यह कार्रवाई एक स्थानीय होटल व्यवसायी के इशारे पर की गई थी। बीएमसी प्रवक्ता ने निगम का पक्ष जानने के लिए की गई कॉल और संदेशों का जवाब नहीं दिया।
इलाके में तनात, पुलिस रख रही नजर
जैन समुदाय का कहना है कि उन्हें मंदिर तोड़ने से पहले नोटिस दिया गया था। फिलहाल केंद्र में बीजेपी और महाराष्ट्र में बीजेपी के नेतृत्व वाली महायुति सरकार है। मुंबई महानगरपालिका का कार्यकाल खत्म हो चुका है और इसकी जिम्मेदारी सरकार के पास है। इस घटना के बाद इलाके में तनाव का माहौल है। पुलिस स्थिति पर नजर रख रही है।
संबंधित पोस्ट
हमें फॉलो करें
सब्सक्राइब करें न्यूज़लेटर
SUBSCRIBE US TO GET NEWS IN MAILBOX
लाइव क्रिकेट स्कोर
शेअर मार्केट
Ticker Tape by TradingView
Stock Market by TradingView

रिपोर्टर
admin